20191204

राधा

श्याम से दूर हो फिर भी है प्रेम राधा को
निर्मोही कृष्ण भले बजाना छोड़ दे बाँसुरी को
विगत में बीते रात्रि दिवस अंकित है पटल पर मन के
बीत रहे क्षण पल संग उनके ही राधा के