20141220

छोड़ो भी अब

छोड़ो भी अब जाने दो
इसका क्या सोग मनाना
क़े दुनिया इतनी काली है
बनो खुद आइना खुद का
आसमा तुम्हारी खातिर अब भी खाली है

No comments:

Post a Comment