स्मृति के पटल पर झिलमिल करते हुए कुछेक पल उनको जीते हुए अश्रु या हास निर्णय तुम्हारा
तुम ही वरो स्वयं की खातिर जीवन तुम्हारा तुमको ही जीना है
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