20160413

बंधू

घर
अकेलापन
जुडी हुई यादें
कुछ मसखरी
कुछ द्रवित पल
कुछेक अपने
चन्द सपने
एकाकी होकर भी
साथ होते हैं
कैसे हो अकेले
बंधु

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