20150628

Marichika

ये लम्बी फ़ेरहिस्त
दिखती है जो
सोशल नेटवर्क पर
एकाकी ही है फिर भी
हर एक
खुद अपनी लड़ाई लड़ता हुआ
किसी अनजाने बोझ से दबा

यूँ महसूस होता है जैसे
एक रेगिस्तान पसर गया है भीतर

यही खालीपन अंतर्मन का
वीराना

अजब है मन
कुछ कन्फ्यूज्ड सा
मरीचिका के पीछे भागता

मरिचिकाएं
जिनकी होने की संभावना ही नहीं
और जान कर भी
पाने की जिद

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