20130824

आ करीब

आ करीब
के
गले से लगा लूँ तुझको
और माथे पर चूम कर
एक बोसा दूँ
समेट लूँ
बस एक पल को
तुझे अपनी बांहों में

अजीब शक्स की
ख्वाहिश भी
अजीब होती हैं


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