संग अब भी हैँ बीती यादों के एहसास हाथ मे जाम है फिर भी है दिल मे प्यास है विचरता ले के नयनों में वो अश्क़ न जाने कैसे उसके ख्वाब हैं खास आज भी सुनाई देती है उसको आवाज़ें चाँद उसका पुकारता है उसको है आस
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